SHANI PRABHAKAR RAJAK
Thursday, April 26, 2018
Thursday, February 9, 2012
तस्वीर
तेरे नाम की सांसे दिल में यूँ उतर जाती हैं ,
जैसे हो कोई नशा कि नस नस में समा जाती है .
जब होता है जहाँ में जिक्र मोहब्बत का ,
हर वक्त तू मोहब्बत कि तस्वीर नजर आती है .
चेहरे कि हँसी तो सबने देखी,
पर दिल का दर्द कोई समझ न पाया .
समुन्दर कि लहरों जितने जख्म है दिल पर ,
वक्त का मरहम भी इन जख्मो को भर न पाया .
Monday, November 28, 2011
युवा शायर शनि प्रभाकर की शायरी
हिंदी वेब मग्जिन नव्या में प्रकाशित
रचना पढने हेतु यहाँ क्लीक करे
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