तस्वीर
तेरे नाम की सांसे दिल में यूँ उतर जाती हैं ,
जैसे हो कोई नशा कि नस नस में समा जाती है .
जब होता है जहाँ में जिक्र मोहब्बत का ,
हर वक्त तू मोहब्बत कि तस्वीर नजर आती है .
चेहरे कि हँसी तो सबने देखी,
पर दिल का दर्द कोई समझ न पाया .
समुन्दर कि लहरों जितने जख्म है दिल पर ,
वक्त का मरहम भी इन जख्मो को भर न पाया .
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